Monday, April 27, 2009

RUTHE AGAR TU TO MANAUNGI HAZAR BAR TUJHE SAIKASH TUNE BHI KABHI TO HAMEIN MANAYA HOTAक्यों कहते हो मेरे साथ कुछ भी बेहतर नही होतासच ये है के जैसा चाहो वैसा नही होताकोई सह लेता है कोई कह लेता हैक्योंकि ग़म कभी ज़िंदगी से बढ़ कर नही होताआज अपनो ने ही सिखा दिया हमेंयहाँ हर ठोकर देने वाला पत्थर नही होताक्यों ज़िंदगी की मुश्क़िलों से हारे बैठे होइसके बिना कोई मंज़िल, कोई सफ़र नही होताकोई तेरे साथ नही है तो भी ग़म ना करख़ुद से बढ़ कर कोई दुनिया में हमसफ़र नही होताजय श्री श्याम कुछ दे या न दे श्याम ,इस अपनी दीवाने को !दो आसू तो दे दे ,चरणों मई बहाने को !!नरसी ने बहाये थे,मेरा ने बहाये थे ! जब जब भी कोई रोया, तुम दोड़ के आये थे !!काफी है दो बुदै ,घनश्याम रिझाने को .................दो आसू तो दे दे , चरणों मे बहाने को आसू वो खजाना है ,किस्मत से मिलता है !इनके बहे जाने से , मेरा श्याम पिघलता है !!करुना का तू सागर है ,अब छोड़ बहाने को ! ........ दो आसू तो दे दे , चरणो मे बहाने को दुःख मे बह जाते है , खुशियों मे जरुरी !आसू के बिना "shanju " , हर आख अधूरी है !! पूरा कर दे आसू ,हर एक हर्जाने को ...... ...........दो आसू तो दे दे चरणों मे बहाने को ......

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